क्या सुनाये कुछ सुनाया नहीं जाता,
अब तो दिल भी किसी से लगाया नहीं जाता .
इस सीने में तो सिर्फ दर्द ही दर्द है ,
सुना तो दूं पर अपनों को रुलाया नहीं जाता.
खामोश आँखों में अश्क आने नहीं देंगे ,
कहते तो है सभी पर निभाया नहीं जाता.
ये सुन मुसाफिर मंजिल को जाने वाले ,
साहिल को समंदर डुबोया नहीं जाता.