Tuesday 14 November 2017

यांदों

यादों में "कशिश"है तो,
     धड़कन,एहसास दिलायेगी।
दिल से जिसे पुकारोगे,
      ये हवा उसे ले आयेगी।
चाहत जिसकी रखते हो दिल में,
       तड़प उसे भी सुनायेगी।
"कशिश"भरी नज़रों से कह दो,
         तो  फ़िजा उसे भी  ले आयेगी।


हाइकु सावन श्रृंखला

१ -  फटी बिवाई       थी धरती व्याकुल       सावन आया । २ - नीलाअंबर      टपक रहा जल      मिट्टी महकी । ३ - हर्षित मन       अब महक रहा      भी...